गरुड़ पुराण कथा और सार – Garud Puran in Hindi गरुड़ पुराण कथा – Garud Puran in Hindi गरुड़ पुराण हिन्दू धर्म के प्रसिद्ध वेद पुराण में से एक है। वैष्णव सम्प्रदाय से सम्बन्धित गरुण पुराण हिन्दू धर्म में मृत्यु के बाद सद्गति प्रदान करने वाला माना जाता है। इसलिये सनातन हिन्दू धर्म में मृत्यु के बाद ‘गरुड पुराण’ के श्रवण का प्रावधान है। इस पुराण के अधिष्ठातृ देव भगवान विष्णु हैं। अठारह पुराणों में ‘गरुड़ महापुराण’ का अपना एक विशेष महत्व है। क्योंकि इसके देव स्वयं विष्णु माने जाते हैं, इसीलिए यह वैष्णव पुराण है। गरुड़ पुराण के अनुसार हमारे कर्मों का फल हमें हमारे जीवन में तो मिलता ही है, परंतु मरने के बाद भी कार्यों का अच्छा-बुरा फल मिलता है। इसी वजह से इस ज्ञान को प्राप्त करने के लिए घर के किसी सदस्य की मृत्यु के बाद का अवसर निर्धारित किया गया, ताकि उस समय हम जन्म-मृत्यु से जुड़े सभी सत्य जान सके और मृत्यु वश बिछडऩे वाले सदस्य का दुख कम हो सके। भगवान विष्णु की भक्ति | Devotion to Lord Vishnu वास्तविक तथ्य यह है कि ‘गरुड़ पुराण’ में भगवान विष्णु ...
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